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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने स्वदेश में विकसित लिथियम-आयन एलएफपी सेल लॉन्च किया

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भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्वदेशी रूप से विकसित लिथियम-आयन बैटरी सेल का उत्पादन करने का एक अहम निर्णय लिया है। जिससे अब इन्हें आयात करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वर्तमान में, बैटरी पैक बनाने के लिए भारत में ली-आयन कोशिकाओं का आयात किया जाता है। लेकिन अब ली-आयन सेल निर्माण में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए, BEL ने एनएसटीएल (डीआरडीओ) के सहयोग से रक्षा और EV के लिए ली-आयन सेल प्रौद्योगिकी में प्रवेश किया है।

क्या है BEL?

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) भारत सरकार के स्वामित्व वाली एयरोस्पेस और रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी है। यह मुख्य रूप से जमीन और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाती है। बीईएल भारत के रक्षा मंत्रालय के तहत नौ सार्वजनिक उपक्रमों में से एक है। इसे भारत सरकार द्वारा नवरत्न का दर्जा दिया गया है।

ली-आयन बैटरी का उपयोग क्या है?

लिथियम-आयन या ली-आयन बैटरी एक प्रकार की रिचार्जेबल बैटरी है जो ऊर्जा को स्टोर करने के लिए लिथियम आयनों की प्रतिवर्ती कमी का उपयोग करती है। यह पोर्टेबल उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में उपयोग की जाने वाली प्रमुख बैटरी प्रकार है। यह ग्रिड-स्केल ऊर्जा भंडारण और सैन्य और एयरोस्पेस अनुप्रयोगों के लिए भी महत्वपूर्ण उपयोग देखता है। अन्य रिचार्जेबल बैटरी प्रौद्योगिकियों की तुलना में, ली-आयन बैटरियों में उच्च ऊर्जा घनत्व, कम स्व-निर्वहन, और कोई स्मृति प्रभाव नहीं होता है इसलिए आधुनिक युग में इसका उपयोग बेहद महत्वपूर्ण बन गया है।

BEL ने यह योजना कैसे बनायी है?

भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड  के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक दिनेश कुमार बत्रा ने ली-आयन प्रिज्मीय सेल विकास और निर्माण के लिए पायलट संयंत्र का उद्घाटन किया। जिसमें BEL ने एनोड, कैथोड, इलेक्ट्रोलाइट, सॉल्वैंट्स, बाइंडर आदि जैसे कच्चे माल का उपयोग करके, तीन प्रकार के ली-आयन प्रिज्मीय कोशिकाओं अर्थात् 3.2V, 10 Ah / 25 Ah को विकसित और डिज़ाइन किया है। इन कोशिकाओं के लिए लक्षित अनुप्रयोगों में पानी के नीचे, 

ई-मोबिलिटी, रिमोट पावर सिस्टम आदि उत्पादों को स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित किया जाता है।

निष्कर्ष –

अतः यह कहना बिल्कुल भी ग़लत नहीं होगा कि आने वाले समय में ऐसी रक्षा फर्मों की प्रगति से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या अवश्य ही बढ़ेगी। साथ ही BEL द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक निर्णय से नए और स्थापित उद्योगों को इलेक्ट्रिक वाहनों के जगत में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। जो स्वदेशी EV को बढ़ाने के साथ-साथ व आधुनिक युग में हमारे एक ओर कदम को प्रगति की ओर बढ़ाएगा।

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Akshay kumar

अक्षय एक हिंदी कंटेंट राइटर हैं और उन्हें क्रिएटिव राइटिंग में 5 साल का वर्क एक्सपीरियंस है। उन्होंने इकोनॉमिक्स में परास्नातक व टूरिज्म ट्रैवेल मैनेजमेंट में स्नातक किया है।

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