IIT Ropar ने हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी के लिए OSM और ARES Systems के साथ हाथ मिलाया।

आईआईटी रोपड़, ओमेगा सेकी मोबिलिटी, और एआरईएस सिस्टम्स के बीच एक समझौता हुआ है, जिस्मे हाइड्रोजन तकनीकों के लिए एक व्यापक फ्रेमवर्क स्थापित करने का लक्ष्य है।

आईआईटी रोपड़, अपनी तकनीकि क्षमता के लिए प्रसिद्ध है, और इस समय हाइड्रोजन फ्यूल-सेल किट और व्हीकल्स के साख परीक्षण और मूल्यांकन के लिए तकनीकी सहयोग प्रदान करने की मुख्य भूमिका निभाएगा।

IIT रोपड़ और OSM के बीच की सहयोग की वजह 

ओमेगा सेकी मोबिलिटी (OSM) भारतीय मार्केट में फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (FCEV) तकनीकों के महत्त्वपूर्ण जानकारी, उत्पादन के विवारण, मार्केट विशेषण, ग्राहक प्रोफाइल और प्रतिद्वंदी ज्ञान प्रदान करेगा।

समझौता में OSM का योगदान

ARES Systems पे हाइड्रोजन उत्पादन सुविधा, FCEV kit vehicle customization और ऊर्जा प्राप्ति सिस्टम का विकास और प्रदान करने का जिम्मा होगा।

ARES Systems का योगदान

ARES Systems एक गतिविधिक संगठन बनाने की पूरी कोशिश करेगा, जहां विभिन हाइड्रोजन ऊर्जा प्रौद्योगिकियों पर व्यापक शोध किया जाएगा, नियंत्रित रूप से विकसित किया जाएगा, और बड़े स्तर पर लागू करने के लिए तैयार किया जाएगा।

ARES Systems का योगदान

OSM अगले 6 महीनों में भारत का पहला हाइड्रोजन-आधारित L-5 श्रेणी का रिक्शा लॉन्च करने की योजना बना रहा है। चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी सिंगल चार्ज पर इसकी रेंज 350-400 किलोमीटर होगी।

OSM हाइड्रोजन वाहनों के क्षेत्र में